فِيهِنَّ خَيْرَٰتٌ حِسَانٌ
Feehinna khayratun hisanun
उन बाग़ों में ख़ुश ख़ुल्क और ख़ूबसूरत औरतें होंगी
فَبِأَىِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ
Fabiayyi alai rabbikuma tukaththibani
तो तुम दोनों अपने मालिक की किन किन नेअमतों को झुठलाओगे
حُورٌ مَّقْصُورَٰتٌ فِى ٱلْخِيَامِ
Hoorun maqsooratun fee alkhiyami
वह हूरें हैं जो ख़ेमों में छुपी बैठी हैं
فَبِأَىِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ
Fabiayyi alai rabbikuma tukaththibani
फिर तुम दोनों अपने परवरदिगार की कौन कौन सी नेअमत से इन्कार करोगे
لَمْ يَطْمِثْهُنَّ إِنسٌ قَبْلَهُمْ وَلَا جَآنٌّ
Lam yatmithhunna insun qablahum wala jannun
उनसे पहले उनको किसी इन्सान ने उनको छुआ तक नहीं और न जिन ने
فَبِأَىِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ
Fabiayyi alai rabbikuma tukaththibani
फिर तुम दोनों अपने मालिक की किस किस नेअमत से मुकरोगे
مُتَّكِـِٔينَ عَلَىٰ رَفْرَفٍ خُضْرٍ وَعَبْقَرِىٍّ حِسَانٍ
Muttakieena AAala rafrafin khudrin waAAabqariyyin hisanin
ये लोग सब्ज़ कालीनों और नफीस व हसीन मसनदों पर तकिए लगाए (बैठे) होंगे
فَبِأَىِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ
Fabiayyi alai rabbikuma tukaththibani
फिर तुम अपने परवरदिगार की किन किन नेअमतों से इन्कार करोगे
تَبَٰرَكَ ٱسْمُ رَبِّكَ ذِى ٱلْجَلَٰلِ وَٱلْإِكْرَامِ
Tabaraka ismu rabbika thee aljalali waalikrami
(ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार जो साहिबे जलाल व करामत है उसी का नाम बड़ा बाबरकत है
إِذَا وَقَعَتِ ٱلْوَاقِعَةُ
Itha waqaAAati alwaqiAAatu
जब क़यामत बरपा होगी और उसके वाक़िया होने में ज़रा झूट नहीं
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